अकाल का प्रकोप और महाकवि की उदारता

महाकवि माघ अत्‍यंत उदारमना थे। वे जो भी अर्जित करते उसे ज्‍यादातर अभावग्रस्‍तों में बांट दिया करते। स्थिति यह थी कि यदि उनके पास एक रोटी...
- सितंबर 15, 2019
अकाल का प्रकोप और महाकवि की उदारता                     अकाल का प्रकोप और महाकवि की उदारता Reviewed by Kahaniduniya.com on सितंबर 15, 2019 Rating: 5

जब शास्‍त्रीजी ने बीमार को अस्‍पताल पहुंचाया

     बात उन दिनों की है जब लाल बहादुर शास्‍त्री रेलमंत्री थे। मंत्री होने के बावजूद शास्‍त्रीजी सामान्‍य व्‍यक्तियों की भांति सहज व सरल ...
- सितंबर 14, 2019
जब शास्‍त्रीजी ने बीमार को अस्‍पताल पहुंचाया                     जब शास्‍त्रीजी ने बीमार को अस्‍पताल पहुंचाया Reviewed by Kahaniduniya.com on सितंबर 14, 2019 Rating: 5
शेख का आदेश और लुकमान की समझदारी                शेख का आदेश और लुकमान की समझदारी Reviewed by Kahaniduniya.com on सितंबर 14, 2019 Rating: 5
साधु की बात मान आगे बढता गया लकङहारा                  साधु की बात मान आगे बढता गया लकङहारा Reviewed by Kahaniduniya.com on सितंबर 14, 2019 Rating: 5

सार्त्र की जिंदादिली से मिलती है प्रेरणा

फ्रांस के प्रसिद्व दार्शनिक थे ज्‍यां पाल सार्त्र। उनका जीवन कठिनाइयों से भरा था किंतु उन्‍हें वे स्‍वयं की जिंदादिली पर हावी नहीं होने ...
- सितंबर 14, 2019
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अब है अंग्रेजियत से मुक्ति पाने का समय

   प्रख्‍यात शिक्षाविद और स्‍वाधीनता सेनानी डॉ . संपूर्णानंद की भारतीय जीवन मूल्‍यों में अपार आस्‍था थी। उनकी चाहत थी कि भारत राजनीतिक ह...
- सितंबर 14, 2019
अब है अंग्रेजियत से मुक्ति पाने का समय              अब है अंग्रेजियत से मुक्ति पाने का समय Reviewed by Kahaniduniya.com on सितंबर 14, 2019 Rating: 5
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