प्रक्रिया पर भरोसा रखें


प्रवीण लोंगो को दूसरो से अलग करने वाली चीज अक्सर बहुत छोटी होती है। किसी भी योग्यता को सिकते वक्त हम अक्सर कुंठा के बिंदु पर पहुँच जाते हैं – हम जो सिक रहे हैं, वह हमारी नजरो से परे नजर आता है। इन भावनाओं के सामने हार मानकर हम अचेतन रूप से घुटने टेक देते है। और इसके बाद सचमुच काम छोङदेते हैं। जो लोग सफल होते हैं और जो सफल नहीं हो पाते, उनके बीच फर्क संकल्प का नहीं, बल्कि विश्वास और आस्था का होता है। जो लोग जीवन में सफल हुए हैं, उनमें से ज्यादातर युवावस्था में किसी योग्यता – कोई खेल, कोई वादृयंत्र कोई विदेशी भाषा आदि – में प्रवीण बने थे। यह अनुभूति उसके मस्तष्क में दबी हुई है, कि वे अपनी कुठाओं से कैसै उबरे और तिव्र लाभों के च्रक में कैसे दाखिल हुए। शंका के व्रतमान पलों में पुराने अनुभव की वह स्मृति उभर कर सतह पर आ जाती है। चूँकि प्रक्रिया पर उन्हं पुरा भरोसा होताहै, इसलिए वे उस बिंदु के काफी आगे निकल जाते हैं, जहां दुसरे लोग धीमे हो जाते हैं या मन ही मन घुटने टेक देते हैं।
प्रक्रिया पर भरोसा रखें


    जब योग्यता में माहिर बनने की बात आती है, तो समय जादुई तत्व है। अगर यह मान लिया जाए कि आपका अभ्यास लगातार आगे बढता जाता है, तो चंद दिनो हफ्तो में हि योग्यता के कुछ तत्व मशीनी बन जाते हैं। धीरे-धीरे पूरी योग्यता आत्मसात हो जाती है और आप के नर्वस सिस्टम का हिस्सा बन जाती है । हिस्सा बह जाती है। मस्तिष्क अब छोटे-छोटे विवरणों में उलझा नहीं रहता है,  बल्कि जयादा बङी तस्वीर देख सकता है। यह एक चमत्कारी अनुभूति है और अभ्यास आपको उस बिंदु की ओर ले जाएगा, चाहे आप योग्यता के किसी भी स्तर पर पैदा हुए हों। इसकी एकमात्र सच्ची बाधा आप और आपकी भावनाएँ – बोरियत, दहशत, कुठा, असुरक्षा – हैं। आप इस तरह की भावनाओं का दमन नहीं कर सकते – वे इस प्रक्रिया में स्वाभविक हैं और इनका अनुभव हर व्यक्ति करता है, जिनमें प्रवीण लोग शामिल हैं। आप बस प्रक्रिया पर भरोसा रखें। एक बार जब आप चक्र में पहुँच जाएँगे, तो बोरियत दूर चली जाएगी। बार-बार संपर्क होने के बाद दहशत भी गायब हो जाएगी। कुंठा प्रगति की निसानी है – यह इस बात का संकेत है कि आपका मस्तिष्क जटिलता को संशोधित कर रहा है और इसे ज्यादा अभ्यास की जरूरत है। जब आप प्रवीणता हासिल कर लेंगे। तो असुरक्षाएँ सुरक्षाओं में बदल जाएँगी। यह सब होगा और अवश्य होगा, इस बात पर विश्वास करें। इससे आप सीखने की स्वाभाविक प्रक्रिया को आगे बढने की अनुमति देंगे और इसके बाद हर चीज सही जगह पर आ जाएगी।

प्रक्रिया पर भरोसा रखें प्रक्रिया पर भरोसा रखें Reviewed by Kahaniduniya.com on मार्च 23, 2019 Rating: 5

कोई टिप्पणी नहीं:

nicodemos के थीम चित्र. Blogger द्वारा संचालित.