अकबर बीरबल हिन्दी कहानी सांवली अप्सरा और गोरी चुड़ैल : Akbar birbal Kahani savali apsara or gori chudail
अकबर बीरबल हिन्दी कहानी सांवली अप्सरा और गोरी चुड़ैल
akbar birbal hindi kahani : सांवली अप्सरा और गोरी चुड़ैल
भारत अपनी समृद्ध संस्कृति और विरासत के लिए प्रसिद्ध है। पीढ़ियों से चली आ रही सबसे लोकप्रिय कहानियों में से एक अकबर और बीरबल की कहानी है। इस संग्रह की कई कहानियों में से एक एक सांवली चमड़ी वाली अप्सरा और गोरी चमड़ी वाली चुडैल की कहानी है। आइए इस कहानी में गहराई से उतरें और इसके अंतर्निहित संदेश का पता लगाएं।
एक दिन शहंशाह अकबर ने बीरबल से कहां-‘‘हमने न तो अप्सरा देखी आज तक नहीं कोई चुड़ैल। इनके बहुत सिर्फ नाम ही सुने हैं। क्या मुझे दिखा सकते हो बीरबल?’’
‘‘जी हां, आपको अप्सरा और चुड़ैल दोनों दिखा दूंगा।’’
‘‘कब?’’
‘‘बहुत जल्दी।’’
‘‘सोच लो, न दिखा सके तो सजा मिलेगी।’’
बीरबल बुद्धिमान तो थे ही उन्होंने सोच-विचार करने के बाद एक अधिक गरीब, कुलीन, बहुत मेहनती किसान स्त्री और एक बहुत खूबसूरत वेश्या को अपने साथ लिया और शहंशाह अकबर के दरबार में हाजिर हो गए।
‘‘यह क्या तमाशा है?’’
‘‘हुजूर! यह सांवली अप्सरा है और यह गोरी चुड़ैल है।’’
‘‘क्या बात करते हो?’’
बीरबल ने कहा ‘‘यह सांवली लड़की अप्सरा है और गोरी जो है, चुड़ैल है।’’
बादशाह चौंक पड़े और बोले-‘‘बीरबल! तुम कहीं उल्टी-सुल्टी बात नहीं कह रहे हो। यह सुन्दरी अप्सरा लगती है।’’
‘‘नहीं हुजूर! यह काली स्त्री साक्षात् अप्सरा है, जो अपने पति को सच्चे प्यार से आनन्दित करती है और यह वेश्या चुड़ैल है जो जिस्मफरोशी करती है, लूटती है। इसका धन्धा ही ऐसा है।’’ बीरबल समझाने लगे।
शहंशाह अकबर कोे बीरबल का उत्तर तर्कसंगत लगा। फिर वे मौन हो गए।
akbar birbal hindi kahani यह भी दिखाती है कि कैसे बीरबल, एक बुद्धिमान और बुद्धिमान व्यक्ति, सतही अतीत को देखने और सही चुनाव करने में सक्षम था। उन्होंने सांवली को उसकी त्वचा के रंग के कारण नहीं बल्कि उसकी आंतरिक सुंदरता के कारण चुना। वह समाज के अवास्तविक सौंदर्य मानकों से प्रभावित नहीं थे।
निष्कर्ष
akbar or birbal kahani सांवली अप्सरा और गोरी चुडैल एक सतर्क कहानी है जो हमें जुनून और पूर्वाग्रह के खतरों की याद दिलाती है। यह हमें सिखाता है कि सच्ची सुंदरता भीतर है और हमें लोगों को उनके बाहरी रूप के बजाय उनके आंतरिक गुणों के लिए महत्व देना चाहिए। यह एक सबक है जिसे हम सभी को याद रखने और जीने का प्रयास करना चाहिए।
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