बीरबल का न्याय और अकबर की समझदारी: हिंदी कहानी

बीरबल का न्याय और अकबर की समझदारी: हिंदी कहानी

 बीरबल का न्याय अकबर बीरबल हिन्दी कहानी

एक समय की बात है, बादशाह अकबर के दरबार में बीरबल नामक एक बुद्धिमान और बुद्धिमान मंत्री थे। वह सम्राट का घनिष्ठ मित्र था और अपनी बुद्धिमत्ता तथा त्वरित बुद्धि के लिए जाना जाता था। एक दिन, एक आदमी बादशाह अकबर के दरबार में शिकायत लेकर आया कि उसके पड़ोसी ने उसका कीमती हार चुरा लिया है।

अकबर बीरबल हिन्दी कहानी | Hindi Story

एक बार एक महिला भरी दरबार में एक व्यक्ति को साथ लेकर आई और बोली-‘‘जहांपनाह! इस आदमी ने मेरे सोने-जेवर छीन लिए हैं।’’

अकबर बादशाह ने उस आदमी से इसका कारण पूछा तो वह आदमी हाथ जोड़कर बोला-‘‘जहांपनाह! मैं परदेसी आदमी दिल्ली शहर देखने आया था। रास्ते में मुझको यह औरत मिली और आपका दर्शन कराने का वादा करके मुझे यहां ले आई है। आपके दर्शन की लालसा लिये मैं इसके पीछे-पीछे चला आया। मैं बिल्कुल सच कहता हूं, मैंने इसके कोई जेवरात नहीं छीने हैं।’’

इस पर वह औरत बोली-‘‘आलीजहां! यह व्यक्ति साफ झूठ बोल रहा है, मेरे सारे गहने लेकर अब पाक-साफ बनता है।’’

अकबर बादशाह दोनों की बातों से कुछ भी नतीजा नहीं निकाल सके कि वास्तव में दोषी कौन है? अन्य दरबारी भी दोनों की बातें सुनकर किसी के पक्ष या विपक्ष में राय कायम नहीं कर सके। अन्त में अकबर बादशाह ने बीरबल को इस फैसले का भार सौंपा। 

बीरबल दोनों का बयान पहले ही सुन चुके थे। उन्होंने उस महिला से पूछा-‘‘तेरे गहने कितने रूपये के रहे होंगे?’’

उस महिला ने जवाब दिया-‘‘करीब पांच हजार रूपये के लगभग।’’

बीरबल ने उस औरत की शक्ल देखी तो समझ गए कि यह इतने रूपये के जेवर कहां से लायेगी, सचमुच यह बेगुनाह परदेसी को लूटना चाहती है। यह सोचकर उन्होंने सरकारी खजाने से पांच हजार रूपये मंगवाए और रीति से एक सिपाही को देकर कहा कि वह उस आदमी को समझा दे कि बीरबल का हुक्म पाते ही रूपये वह उस महिला को दे दे। सिपाही ने उस व्यक्ति को अलग ले जाकर बीरबल की सारी योजना कथनानुसार उसे समझाकर रूपये दे दिए। 

कुछ देर के पश्चात् बीरबल उस आदमी से बोले-‘‘तुमने इसके जेवरात छीने हैं, यह औरत कभी झूठ नहीं बोल सकती। इसलिए तुम अभी इसे या तो इसके जेवरात वापस कर दो अथवा पांच हजार रूपये ही दे दो। फिर तुम छोड़ दिए जाओगे नहीं तो जेल की हवा खानी पड़ेगी।’’

उस व्यक्ति ने पांच हजार रूपये उस महिला को सभी के सामने दे दिए। महिला रूपये लेकर खुश होती हुई घर की ओर चलने लग गई। 

अभी वह कोई एक किलोमीटर ही गई होगी कि बीरबल ने उस आदमी से कहा-‘‘जाओ और उसके सारे रूपये छीन लाओ, रूपये लेकर ही लौटना।’’

आदमी बीरबल की आज्ञा पाकर दौड़ कर गया और उस औरत से रूपये छीनने का बहुत प्रयत्न किया। लेकिन वह औरत भी अड़ गई, किसी प्रकार उसने रूपया न छोड़ा और उस व्यक्ति का हाथ पकड़कर बोली-‘‘चल, जहां से रूपया मिले है, वहीं चलकर तुझे वापस दूंगी।’’

जैसे ही वह आदमी उस औरत के पीछे रूपया छीनने दौड़ा, बीरबल ने अपने दो गुप्तचरों को राह की घटना देखकर सही-सही खबर देने के लिए कहा। दोनों गुप्तचरांे ने उस औरत व आदमी के आने से पहले ही सारा हाल कह सुनाया। इस बात से बीरबल को और भी विश्वास हो गया कि निस्संदेह यह औरत धोखेबाज है।

थोड़ी ही देर बाद उस व्यक्ति को साथ लिए महिला सभा में उपस्थित हुई और बोली-‘‘जहांपनाह! बीरबल जो रूपया आपने मुझको दिलवाया है। उन रूपयों को यह आदमी रास्ते में मुझसे छीन रहा था। मैंने एक न चलने दी और आपके सम्मुख इसे ले आई हूं।’’

बीरबल ने यह सुनकर उस महिला से पूछा-‘‘यह तुमसे रूपया छीन पाने में सफल हुया या नहीं?’’

महिला बोली-‘‘इसने कोशिश तो बहुत की, पर मैंने नहीं दिए।’’

बीरबल ने उस महिला को डांटते-फटकाते हुए कहा-‘‘जो व्यक्ति तुझसे रूपया छीनने की ताकत नहीं रखता उसके द्वारा गहने छीने जाने कैसे मुमकिन हैं? तू बहुत झूठी है, रूपए अभी वापस कर।’’

यह कहकर बीरबल ने डंडे से उस औरत को मारने-पीटने की आज्ञा दी। मार खाने के डर से महिला ने अपना अपराध स्वीकार कर रूपये वापस दे दिए। बाद में बीरबल ने उस औरत को तुरन्त जेलखाने में भिजवा दिया तथा उस आदमी को बाइज्जत विदा किया। बीरबल की इस चतुराई से सभी दरबारी अत्यंत खुश हुए। अकबर बादशाह को तो यह न्याय बहुत ही पसन्द आया। 

निष्कर्ष

बीरबल के न्याय की कहानी भारतीय लोककथाओं में एक लोकप्रिय कहानी है, और यह हमें ईमानदारी, न्याय और ज्ञान के बारे में मूल्यवान सबक सिखाती है। बीरबल का समस्या का चतुर समाधान हमें दिखाता है कि कभी-कभी सबसे सरल समाधान सर्वोत्तम होते हैं, और समस्याओं को हल करने और दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए अपनी बुद्धि और बुद्धि का उपयोग करना महत्वपूर्ण है।

 


बीरबल का न्याय और अकबर की समझदारी: हिंदी कहानी बीरबल का न्याय और अकबर की समझदारी: हिंदी कहानी Reviewed by Kahaniduniya.com on जून 22, 2023 Rating: 5

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