जीवन सिखाता है : life teaches Hindi Stories |
एक मजाक के तौर पर कहा गया किस्सा है कि कोेई नौकरी के साक्षात्कार देने गया। वहां उससे पूछा गया कि अपनी पढ़ाई, डिग्री आदि के प्रमाण पत्र, दस्तावेज आदि दिखाओ ताकि तुम्हारे ज्ञान के स्तर का अंदाजा हो। तो उस अभ्यार्थी ने एक छोटी-सी फेहरिस्त पैनल के सामने रख दी और कहा,‘मेरी औपचारिक शिक्षा तो ज्यादा उच्च स्तर की नहीं है, लेकिन समझदारी और सूझबूझ में मैं किसी से कम नहीं।’ एक साक्षात्कारकर्ता ने उस व्यक्ति की थमाए पर्चे पर लिखि सूची पर निगाह डालते हुए पूछा, ‘ये सूची कैसी है? अपनी बात को स्पष्टता से कहो।’ उस व्यक्ति ने कहा, ‘ये सूची मेरी गलतियों की है, जीवन की उन भूलों की है, जिन्हें करने के बाद मैंने बहुत सीखा। वो सबक अर्जित किया, जो किसी विश्वविद्यालय से नहीं मिल सकता। सारे सबक मुझे वो समझदारी और ज्ञान दे गए, जिनकी किताबों में केवल परिभाषा या विवेचना की गई होती है। मुझे जिंदगी ने सिखाया है। मैं हर काम कर सकने की काबिलियत रखता हूं।’ कहने की जरूरत नहीं कि वह व्यक्ति चुन लिया गया।
अगर गलतियों को नकारने की कोशिश ना की जाए, उनसे बचने या छुपाने की बजाय, उन्हें सामने रखकर, उनकी विवेचना की जाए, तो बहुत कुछ सीखा जा सकता है। कर्ता तो हम ही हैं, चाहे सफलता में, चाहे असफलता में। तो फिर खुद में सुधार या संवार लाने के लिए किसी और प्रेरणा या पहल की जरूरत नहीं हो सकती।
जीवन जिस तरह के प्रयोग करने के अवसर देता है, उसका कोई सानी नहीं। एक वैज्ञानिक ने अपनी मां से मिली सीखों के जरिए जाना था कि असफलताएं अवसर होती हैं, अपने जीवन को बेहतर बनाने का। जो इन पर सकारात्मक दृष्टि डालता है, वो नए कमाल करने की तैयारी कर पाता है।
सफलता रातोरात नहीं मिलती। बहुत सारी असफल कोशिशों का नतीजा होती है सफलता। चंूकि कामयाबी चमकती है, सो दिखती है, लेकिन उसकी चमक के पिछे बहुत सारे अंधेरों से जीती किरणों का हाथ होती है, जो दिखाई नहीं देतीं। जीत केवल जश्न का मौका देती है, पराजय सीखकर नई जीतों की नींव रखने के अवसर देती है।
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