देश का सबसे बड़ा गणपति मंदिर
अहमदाबाद। भगवान गणेश जी की पूजा को अधिक मान्यता दी गई है। शहर की भाग-दौड़ भरी ज़िन्दगी से अगर आप थक गए हों तो आप मानसिक शांति के लिए इन धार्मिक स्थलों के दर्शन कर सकते हैं।हर साल, गणेश चतुर्थी के दिन गणपति मंदिर में हजारों एवं लाखों भक्तजन भगवन के दर्शन के लिए उपस्थित होते हैं। भगवान गणेश से मन्नत माँगने के लिए देश के विभिन्न जगह से श्रद्धालुजन इस मंदिर में आते हैं। आरती तथा पूजा का आयोजन किया जाता है। बड़ा गणपति मंदिर में भक्तजन चाहें वे निम्न वर्ग तथा उच्च स्तर के हों सभी एकत्रित होकर भगवान गणेश की आराधना करते हैं। भगवान गणेश को उनके प्रिय लड्डुओं का भोग लगाया जाता है। लोगों का मानना है कि इससे खुश होकर भगवान जनकल्याण के लिए आशीर्वाद देते हैं और सभी की मनोकामना पूर्ण करते हैं। ऐसा माना जाता है कि अगर कोई भक्त मन्नत माँगे तो वह पूरी होती है। यहाँ विशेष आरती-पूजा होते हैं जिसमें सैकड़ों भक्त शामिल होकर गजानन का आशीर्वाद लेते हैं।
यूं तो गुजरात में सोमनाथ, अंबाजी, पावागढ़, अक्षरधाम जैसे दर्जनों विशाल मंदिर हैं। लेकिन अब यहां एक और विशाल गणेश मंदिर ने आकार ले लिया है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इस गणेश मंदिर का नाम भी ‘सिद्धिविनायक’ है और यह देश का सबसे बड़ा गणेश मंदिर है। मंदिर का निर्माण अहमदाबाद के पास स्थित महेमदाबाद में वात्रक नदी किनारे लगभग एक साल पहले ही हुआ है। मंदिर का शिलान्यास 7 मार्च 2011 को हुआ था।
सिद्धिविनायक मंदिर का निर्माण 6 लाख स्क्वेयर फीट में हुआ है। गणपति के आकार का यह मंदिर जमीन से 20 फीट ऊंचाई पर निर्मित है, जिसमें भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना जमीन से 56 फीट की ऊंचाई पर की गई है। मंदिर में मुंबई के 'सिद्धिविनायक मंदिर' से लाई गई ज्योत की स्थापना की गई है और इसीलिए मंदिर का नाम भी ‘सिद्धिविनायक’ रखा गया है।
मंदिर एक नजर में:
निर्माण स्थल : 6 लाख स्क्वेयर फीट
लंबाई : 120 फीट
ऊंचाई : 71 फीट
चौड़ाई : 80 फीट
ये व्यवस्थाएं भी:
- सीढ़ियों के साथ लिफ्ट की भी व्यवस्था।
- विशाल पार्किग एरिया, जिसमें 50 बसें, 500 कारें और 2 हजार से ज्यादा टू-व्हीलर पार्क हो सकेंगे।
- विशाल पार्क और खूबसूरत झरने।
- मंदिर के बीच स्वस्तिक आकार में फूलों के बगीचे।

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